हरियाणा के करनाल जिले के छोटे से गाँव फाजिलपुर में जन्मे अंशुल कंबोज ने क्रिकेट को सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि जीवन का लक्ष्य बना लिया। 2000 में जन्मे अंशुल ने अपने पिता की सलाह पर वजन कम करने के लिए क्रिकेट खेलना शुरू किया — और यहीं से उनकी असली यात्रा शुरू हुई।
राणा ब्रदर्स क्रिकेट अकादमी में प्रशिक्षण लेते हुए उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया। 2020 में U-19 वर्ल्ड कप से पहले चोट लगने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। 2024–25 की रणजी ट्रॉफी में उन्होंने एक ही पारी में 10 विकेट लेकर इतिहास रच दिया।
जुलाई 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में उन्होंने भारत के 318वें टेस्ट खिलाड़ी के रूप में पदार्पण किया। 6'2" की ऊंचाई और स्विंग गेंदबाज़ी की कला ने उन्हें धोनी और अश्विन जैसे दिग्गजों की सराहना दिलाई।
मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए IPL में खेल चुके अंशुल की कहानी बताती है — सपने गाँवों में भी जन्म लेते हैं, बस उन्हें पूरा करने का जज़्बा चाहिए।
🖼️ इमेज:
अंशुल कंबोज - इंस्टाग्राम
🔗 संबंधित लेख: अंशुल कंबोज की पूरी जीवनी और करियर विवरण
अंशुल कंबोज जीवनी, anshul kamboj biography, अंशुल कंबोज क्रिकेट करियर, anshul kamboj cricket journey, Indian test player 318, ranji trophy 10 wickets, Haryana cricket talent, anshul kamboj IPL journey, cricket inspirational stories, अंशुल कंबोज टेस्ट डेब्यू, anshul kamboj fazilpur, Indian fast bowler stories, भारत के युवा क्रिकेटर, cricket success story India
Comments
Post a Comment
Thank you for reaching with us we will get back to you shortly